Home विदेश सना एयरपोर्ट पर बमबारी, डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस बाल-बाल बचे

सना एयरपोर्ट पर बमबारी, डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस बाल-बाल बचे

7
0
Spread the love

यमन से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां गुरुवार को सना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए हवाई हमले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस के बाल-बाल बचने की खबर सामने आ रही है। वहीं इस हमले में कम से कम दो लोगों की मौत होने का भी बात सामने आ रही है। 

ट्रेड्रोस ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
बाल-बाल बचने के बाद डब्ल्यूएचओ प्रमुक टेड्रोस ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि हमारी टीम यमन में स्वास्थ्य और मानवीय स्थिति का आकलन करने और बंदियों की रिहाई के लिए बातचीत करने का मिशन पूरा कर चुकी थी। हम सना से उड़ान भरने वाले थे, जब हवाई अड्डे पर बमबारी हुई।

उन्होंने कहा कि हमारे विमान के चालक दल के एक सदस्य को चोट लगी। साथ ही हवाई अड्डे पर दो लोगों की मौत हुई है और कई अन्य स्थानों को भी नुकसान हुआ है। हम हवाई अड्डे की मरम्मत का इंतजार कर रहे हैं ताकि हम आगे की यात्रा कर सकें। इसके साथ ही उन्होंने उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की जिनके प्रियजनों ने इस हमले में अपनी जान गंवाई। 

विमान में बैठते समय हुआ हमला
जानकारी के अनुसार डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अपने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और डब्ल्यूएचओ के सहकर्मियों के साथ एक विमान में सवार होने वाले थे, तभी यह हमला हुआ, जिसमें विमान के चालक दल के एक सदस्य को चोटें आईं। 

इस्राइल का यमन में हमला
इस्राइली वायु सेना ने पश्चिमी तट और यमन के अंदरूनी हिस्सों में हूती सैन्य ठिकानों पर हमले किए। इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने गुरुवार को बताया कि ये हमले प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और जनरल स्टाफ के प्रमुख की मंजूरी से किए गए थे। इन हमलों में हौथी सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसे वे अपनी सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। बता दें कि आईडीएफ द्वारा हूती के ठिकानों पर किए गए हमले में पश्चिमी तट पर अल-हुदैदाह, सलीफ और रास कनातिब बंदरगाह शामिल थे।

आईडीएफ ने दी जानकारी
यमन में हूती हमले को लेकर इस्राइली रक्षा बल (आईडीएफ) ने बताया कि इस्राइली वायु सेना ने पश्चिमी तट और अंतर्देशीय यमन में हौथियों के सैन्य ठिकानों पर हमले किए। इनमें सना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अल-हुदैदाह, सलीफ़, रास कनातिब बंदरगाह और बिजली घरों को निशाना बनाया गया।