Home छत्तीसगढ़ मेला से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को मिल रही नई पहचान: मंत्री डॉ....

मेला से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को मिल रही नई पहचान: मंत्री डॉ. डहरिया

72
0
Spread the love

नगरीय प्रशासन मंत्री पलौद में  मड़ई मेला में हुए शामिल

रायपुर 17 फरवरी 2021

नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया आरंग विकासखण्ड़ के ग्राम पलौद में आयोजित मड़ई मेला और विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मड़ई मेला के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजने का काम हो रहा है। राज्य की सरकार भी छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परम्परा को सहेजने का काम कर रही है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ यहा के तीज-त्यौहारों में शासकीय अवकाश देने की शुरूआत की गई है। नौकरी में भी स्थानीय लोगों को अवसर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांव में मड़ई मेला खुशियों का त्यौहार है। गांव के लोग आपसी-भाईचारें के बीच इस मेले को आयोजित कर मनाते हैं। इस तरह का आयोजन गांव में होता रहे और आप सभी सुख-शांति से सद्भावनापूर्वक रहे यहीं कामना है। पलौद में जिला पंचायत सदस्य श्री माखन कुर्रे के माध्यम से रंगमंच के लिए दो लाख राशि की घोषणा की।
  मंत्री डॉ.डहरिया ने पलौद की सभा में  कहा कि हमारे किसान ही इस प्रदेश और देश की नींव और अर्थव्यवस्था है।  किसान मजबूत होंगे तो गांव और प्रदेश मजबूत होगा, देश मजबूत होगा। मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि किसानों के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए राज्य की सरकार सदैव सबके साथ है। गांव में गौठान बनने से होने वाले फायदे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गौ-पालकों से दो रुपए किलों की दर से गोबर खरीद रही है। किसानों को लाभान्वित करने सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं। इससे किसानों में आर्थिक समृद्धि आएगी।
     उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में विकास के कार्य किए जा रहे हैं। बिजली बिल भी हाफ किया गया है। स्थानीय बेरोजगारों की भर्ती भी शुरू कर दी गई है। 36 में से 24 वादे पूरे कर दिए गए हैं, जल्दी ही शेष वादों को भी पूरा कर दिया जायेगा। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य श्री माखन कुर्रे,जनपद अध्यक्ष श्री खिलेश देवांगन, जनपद सदस्य श्रीमती इंदिरा टीका पटेल, सरपंच श्रीमती तारिणी साहू, कोमल साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।