पृथक छत्तीसगढ़ /सरायपाली।
जैसे जैसे नगरीय निकाय और ग्राम पंचायत के चुनाव सामने आ रहे हैं ठीक वैसे ही कई ग्राम पंचायतों से भी भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते जा रहे हैं।
ताजा मामला महासमुंद जिले के सरायपाली जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मोहदा का है जहां के सैकड़ो ग्रामीण सरपंच और सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, आपको बता दें कि ग्राम पंचायत में ग्राम सभा के दौरान ग्रामीणों ने जब सरपंच सचिव से गांव में हुए विकास कार्यों की समीक्षा और निर्माण कार्यों में लगे लागत की जानकारी मांगी जिस पर सरपंच द्वारा किसी प्रकार की जानकारी नहीं देने की बात कही जिस पर सैकड़ो ग्रामीणों ने पिछले 5 सालों से बड़े भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाया है वही सैकड़ो ग्रामीणों का कहना है कि महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत् जितने भी मनरेगा के कार्य हुए हैं सरपंच ने अपने निजी हितग्राहियों के नाम से फर्जी मस्टरोल भर के लाखों रुपए का राशि आहरण कर गबन किया गया है l
ग्राम पंचायत के कई लोग राशन कार्ड के लिए भटक रहे हैं तो कई लोगो को नया राशन कार्ड बनाने के लिए सरपंच द्वारा 3000(तीन हजार रूपए)की मांग करते है,उधर 15 वे वित्त की राशि से कोई काम नहीं किया गया है,गली की साफ-सफाई नही किया गया है,सड़क का मरम्मत का कार्य भी नही हुआ,तालाब के आस-पास कोई साफ-सफाई का नाम नही है पूरा ग्राम पंचायत ही भ्रष्टाचार का गड़ है l ग्रामीणों का कहना हैं कि सरपंच ने खुद सैकड़ो ग्रामीणों के बीच भ्रष्टाचार करना स्वीकार किया है l इसकी संपूर्ण जानकारी ग्राम पंचायत मोहदा के शंकर लाल भोई,डोलामनी,शशिभूषण बंजारे,मुकेश निषाद,हेमसागर निषाद,मोतीलाल पटेल,टंकाधर पटेल, गुणसागर साहू,निराकार पटेल,हेमसागर यादव,सत्यनारायण पटेल, जयदेव साहू,विजय पटेल,तेजकुमार साहू,महेंद्र पटेल,रामकुमार पटेल,रुकमण पटेल, लव कुमार भोई,अनिल पटेल और अधिक संख्या में ग्रामीणों ने इसकी जानकारी दी है l