पृथक छत्तीसगढ़ /सरायपाली।
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी में मजदूरों को समय पर मजदूरी न मिलने की समस्या काफी चिंताजनक है। पिछले दो-तीन महीनों से मजदूरी नहीं मिलने के कारण कई मजदूर आर्थिक तंगी और कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। इस देरी के चलते मजदूरों का मनरेगा योजना पर भरोसा घटता जा रहा है। मजदूरों को उनकी मेहनत का उचित और समय पर भुगतान न मिलने से उनकी जीविका पर संकट उत्पन्न हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में मनरेगा मजदूरों को मजदूरी भुगतान में देरी हो रही है, जिसकी वजह से योजना का मुख्य उद्देश्य प्रभावित हो रहा है। इस योजना का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को रोजगार और आजीविका का साधन प्रदान करना था, लेकिन समय पर मजदूरी न मिलने से यह उद्देश्य अधूरा रह रहा है।
इस संबंध में कार्यक्रम अधिकारी सरायपाली से चर्चा किया गया जिसमे उन्होंने बजट आ गया है रक्षाबंधन के पहले मजदूरी भुगतान हो जाने की संभावना जताई थी।मगर समस्या जस का तस बना पड़ा है।
सरकार को इस समस्या का शीघ्र समाधान ढूंढ़ने की आवश्यकता है ताकि मजदूरों का मनरेगा योजना पर भरोसा बना रहे और वे योजना का लाभ उठा सकें।