- एक व्यक्ति को बचाने 4 लोगों ने अपनी जान कि परवाह किए बिना उतरे थे कुएं में
पृथक छत्तीसगढ़/बिर्रा।
सक्ती जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम किकिरदा हादसे के मृतकों को मरणोपरांत राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार देने की मांग ग्रामीणों ने कि है, एक व्यक्ति को बचाने 4 लोगों ने अपनी जान की परवाह किये बिना कुआं में उतर गये और गैस रिसाव से सभी कि मृत्यु हो गई, वहीं इनकी वीरता के चर्चे क्षेत्र में हो रहा है ग्रामीणों ने मृतकों को मरणोपरांत राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार देने की मांग मुख्यमंत्री व प्रशासन से कि हैं।
गौरतलब हो कि सक्ती जिले के किकिरदा में 5 जुलाई को 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यहां पहले एक व्यक्ति लकड़ी को निकालने कुएं में उतरा उसके बाद अपनी जान कि परवाह किये बिना एक शख्स उसे बचाने के लिए नीचे उतर गया, जब वह नहीं लौटा तो कुछ और लोग कुएं में उतरे, उसके बाद देखते ही देखते 5 लोग कंुए में समा गए, हादसे के बाद चारों ओर चीख-पुकार मच गई थी।
दरअसल रामचंद जासवाल घर के कुआं में लकड़ी गिरने पर उसे निकालने कुआं अंदर गया जब वह वापस नहीं आया तो उसकी पत्नी चीख पड़ी और पड़ोसियों को आवाज दी तब पड़ोस के रमेश पटेल अपने जान कि परवाह किये बिना रामचंद को बचाने कुआं में उतर गया इसके बाद एक के बाद एक सबको बचाने के चक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं एक व्यक्ति को बचाने अपनी जान कि परवाह किये बिना 4 लोगों ने कुएं में उतर कर बचाने कि कोशिश कि लेकिन गैस रिसाव से सबकी मौत हो गई, क्षेत्र में उनकी वीरता कि चर्चे है, ग्रामीणों ने मृतकों को मरणोपरांत राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार देने की मांग मुख्यमंत्री और प्रशासन से कि है।
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कुंए में उतरे रामचंद्र जायसवाल को बचाने के लिये अपनी जान कि परवाह किये बिना रमेश पटेल, राजेन्द्र पटेल, जितेंद्र पटेल, टिकेश्वर चन्द्रा कुंए में उतर गये लेकिन सभी कि गैस रिसाव से मौत हो गई, उनकी इस वीरता के लिए हम सब ग्रामीण मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन से मृतकों को मरणोपरांत राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार देने की मांग करते है।
सतानंद जायसवाल ग्रामवासी किकिरदा