राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ सरकार का पहला बजट ही जनता से किए हुए वादों को धता बताता हुआ निकला। चुनाव जीतने के लिए भाजपा ने मोदी की गारंटी की बात कहकर बड़े-बड़े वादे किए जो की महज एक जुमला निकला, जिसमें किसानों को 3100 रुपए एक मुश्त देने का वादा किया गया। रोजगार देने की बात बजट में दूर-दूर तक दिखाई नहीं दी। 500 रूपये में गैस सिलेंडर की बात का भी बजट में प्रावधान नहीं किया गया। शहर के साथ-साथ वनांचल को भी छलते हुए भाजपा सरकार ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5500 रूपये मानक दर पर खरीदी की बात कही थी, जिसका कोई जिक्र इस बजट में नहीं किया गया। इस तरह सिर्फ बातों के मायाजाल में फंसाकर प्रस्तुत यह बजट एक छलावा मात्र है। अतः यह बजट बेरोजगार, युवाओं, किसानों एवं छात्रों के साथ श्रमिकों की अनदेखी करता हुआ दिशाहीन बजट है।