नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने दाहोद में करीब 24,000 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने वेरावल और अहमदाबाद के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस और वलसाड और दाहोद स्टेशनों के बीच एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित भी किया।
पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र मां भारती की, मानवता की रक्षा के लिए हमारे तप और त्याग को दर्शाता है। सोचिए, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने जो कुछ किया, क्या भारत चुप बैठ सकता है? क्या मोदी चुप बैठ सकता है?
अगर कोई हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाएगा, तो उसका भी मिटना तय हो जाता है। इसलिए ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं है। ये हम भारतीयों के संस्कारों और हमारी भावनाओं की अभिव्यक्ति है। आतंकवादियों ने 140 करोड़ भारतीयों को चुनौती दी थी। इसलिए मोदी ने वही किया, जिसके लिए देशवासियों ने मुझे प्रधान सेवक की जिम्मेदारी दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि मोदी ने अपनी तीनों सेनाओं को खुली छूट दी और हमारे शूरवीरों ने वो कर दिखाया, जो दुनिया ने पिछले कई दशकों से नहीं देखा था। हमने सीमापार चल रहे 9 आतंकी ठिकानों को ढूंढ निकाला और 22 तारीख को उन्होंने जो खेल खेला था, 6 तारीख की रात को 22 मिनट में हमने उन्हें मिट्टी में मिला दिया। भारत की इस कार्रवाई से बौखलाकर जब पाकिस्तानी सेना ने दुस्साहस दिखाया, तो हमारी सेनाओं ने पाकिस्तानी फौज को भी धूल चटा दी।
उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद नए-नए बने देश का एक ही लक्ष्य था- भारत से नफरत करना और हमारी प्रगति को रोकने की कोशिश करना, लेकिन हमारा एक ही लक्ष्य है- आगे बढ़ते रहना, गरीबी को खत्म करना और विकसित भारत का निर्माण करना। वास्तव में विकसित भारत तभी संभव है, जब हमारी सशस्त्र सेनाएं मजबूत हों और हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत हो। हम पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ लगातार उस दिशा में काम कर रहे हैं।
‘आज 26 मई है, 2014 में इसी तारीख को मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी’
इससे पहले सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज 26 मई है। 2014 में इसी तारीख को मैंने पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। सबसे पहले गुजरात के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया, फिर करोड़ों भारतीयों ने मुझे आशीर्वाद दिया।
उन्होंने कहा कि गुजरात के आप सभी लोगों में मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया और बाद में देश के कोटि-कोटि जनों ने भी मुझे आशीर्वाद देने में कोई कमी नहीं रखी।आपके आशीर्वाद की शक्ति से मैं दिनरात देशवासियों की सेवा में जुटा रहा। इन वर्षों में देश ने वो फैसले लिए जो अकल्पनीय और अभूतपूर्व हैं। इन वर्षों में देश ने दशकों पुरानी बेड़ियों को तोड़ा है। देश हर सेक्टर में आगे बढ़ा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश निराशा के अंधकार से निकलकर विश्वास के उजाले में तिरंगा फहरा रहा है। आज हम 140 करोड़ भारतीय मिलकर अपने देश को विकसित भारत बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। देश की तरक्की के लिए जो कुछ भी चाहिए वो हम भारत में ही बनाएं ये आज के समय की मांग है। भारत आज तेज गति से मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में आगे बढ़ रहा है। देश की जरूरत के सामान का निर्माण हो या फिर दुनिया के अलग-अलग देशों में हमारे देश की बनी हुई चीजों का निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज हम स्मार्ट फोन से लेकर, गाड़ियां, खिलौने, सेना के अस्त्र-शस्त्र और दवाओं जैसी चीजें दुनिया के देशों में निर्यात कर रहे हैं। आज भारत रेल, मेट्रो और इसके जरूरी तकनीक खुद बनाता भी है और दुनिया में निर्यात भी करता है। हमारा ये दाहोद इसका जीता-जागता प्रमाण है।
पीएम मोदी ने कहा कि थोड़ी देर पहले यहां हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इसमें सबसे शानदार दाहोद की इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव फैक्ट्री है। 3 साल पहले मैं इसका शिलान्यास करने आया था। तब लोगों को तरह तरह की बातें कीं। गालियां दीं। कहा कि चुनाव आने वाले हैं इसलिए ये सब किया जा रहा है। काम कुछ नहीं होगा। देखिए, अब इस फैक्ट्री में पहला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव बनकर तैयार हो गया है। आज गुजरात को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। गुजरात के शत-प्रतिशत रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है। इसके लिए मैं आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।