Home छत्तीसगढ़ आयुष विभाग ने 7000 से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया

आयुष विभाग ने 7000 से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया

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मनेद्रगढ़/एमसीबी

आयुष मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा देश भर में चलाए जा रहे देशव्यापी आयुर्वेदिक प्रकृति परीक्षण अभियान के अंतर्गत अंचल के आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने उत्कृष्ट कार्य किया है। इस अभियान के तहत प्रकृति परीक्षण नाम से मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा देश के प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ,राज्यपाल एवं अन्य मंत्रियों सहित जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों और समान नागरिकों छात्र-छात्राओं का प्रकृति परीक्षण किया गया।

सभी व्यक्ति जिनकी उम्र 18 वर्ष से 70 वर्ष के मध्य है उन सभी नागरिकों का आयुर्वेद सिद्धांत के अनुसार प्रकृति,वात, पित्त ,कफ का विश्लेषण किया गया। इस अभियान के तहत कोरिया जिला एवं एमसीबी जिले के आयुर्वेदिक चिकित्सकों के संयुक्त प्रयास से लगभग 7000 से अधिक लोगों का प्रकृति परीक्षण किया गया जिले में सर्वाधिक 644 प्रकृति परीक्षण डॉ प्रभाकर तिवारी ने किया ,वहीं द्वितीय स्थान पर डॉ अरविंद पटेल रहे। इसी प्रकार अन्य आयुर्वेद चिकित्सकों के संयुक्त प्रयास से यह अभियान एमसीबी जिले में काफी सफल रहा ।देश में आयुर्वेद की महत्व एवं वृद्धि हेतु आई आयुष मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा प्रकृति परीक्षण किया जा रहा है ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा धनवंतरी दिवस पर देश का प्रकृति प्रशिक्षण अभियान का राष्ट्रव्यापी शुभारंभ किया गया था जो कि संविधान दिवस 26 नवंबर से शुरू होकर 25 दिसंबर तक संचालित किया गया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई  की स्वर्ण जयंती दिवस 25 दिसंबर तक इस अभियान में प्रत्येक आयुर्वेदिक चिकित्सक अधिक तन्मयता से लगे रहे । जिला आयुष अधिकारी ने बताया कि आयुष विभाग द्वारा नागरिकों को अपने मोबाइल पर संबंधित ऐप डाउनलोड कर अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरकर प्रकृति परीक्षण हेतु प्रोत्साहित किया गया और शरीर को सुदृढ़ रखने एवं चिकित्सक से संपर्क कर औषधि चयन कर उपचार किए जाने हेतु निरंतर प्रयास किया गया। “आयुर्वेदिक औषधि का संकल्प, उत्तम का स्वस्थ्य आधार -“आयुर्वेद की इस थीम पर इस राष्ट्रव्यापी आयुर्वेदिक अभियान जन साधारण को काफी लाभ हुआ है।