छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है. पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. मौसम विभाग का कहना है कि आज भी प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश हो सकती है. इसके लिए आईएमडी ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है. राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है. आज सरगुजा संभाग के कुछ स्थानों में भारी बारिश के आसार है. आरिश की वजह से रायपुर के तापमान में गिरावट आई है. लोगों को उमस से काफी राहत मिली है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरह से सक्रिय रहेगा. ऐसे में माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में मानसून का कोटा लगभग पूरा हो सकता है. इतना ही नहीं भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की भी हिदायत दी है.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, मुंगेली, बेमेतरा, कवर्धा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा मरवाही और कोरिया में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. वहीं आज सरगुजा संभाग में भी अच्छी बारिश होने के आसार है. वहीं राजधानी रायपुर में भी तेज बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अब तक कुल 483 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए थी. मंगलवार के आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल 12 प्रतिशत बारिश कम हुई है. हालांकि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कई इलाकों में झमाझम बारिश का दौर जारी है. इसके बाद बारिश का यह आंकड़ा 462.2 मिलीमीटर पर पहुंच गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों की बारिश में छत्तीसगढ़ में मानसून का कोटा लगभग पूरा हो सकता है.
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में लगातार कई दिनों से तेज बारिश का दौर जारी है. हालत यह है कि मासूम बच्चों को कंधों पर बैठाकर परिजन स्कूल तक पहुंचा रहे हैं. बच्चों का कहना है कि बारिश के बाद नाले में पानी भर जाता है. ऐसा में हम स्कूल नहीं जा पाते हैं. फिर पापा हमें स्कूल लेकर जाते हैं. दरअसल पलारी विकासखंड के छेरकाडीह इलाके में अब तक पुलिया नहीं बन पाया है. इस वजह से बारिश के कारण यहां 3 से 4 फीट तक पानी भर जाता है. स्कूली बच्चों के अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए महतारी एक्सप्रेस और 108 भी इस इलाके में नहीं पहुंच पाती. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार पुल नहीं होने की शिकायत आला अधिकारी और नेताओं से की गई है. उन्हें ज्ञापन सौंप जा चुका है, लेकिन अभी तक पुल नहीं बन पाया. इस वजह से बारिश के मौसम में काफी परेशानी होती है.