राजनांदगांव। राजनांदगांव शहर में कांग्रेस ने महंगाई, जीएसटी और बेरोजगारी के खिलाफ कुछ अलग अंदाज में प्रदर्शन करते हुए भूपेश बघेल के पक्ष में माहौल बनाया। यह अंदाज काफी रचनात्मक और प्रभावी नजर आया, जिसके कारण से यह पूरे शहर में चर्चा का विषय बना रहा।
बुधवार को राजनांदगांव लोकसभा के लिए चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था। आमतौर पर इस दिन बड़े नेताओं के रोड शो आयोजित किए जाते हैं, लेकिन कांग्रेस ने उससे हटके जनता से सीधे जुड़े हुए मुद्दों की रैली आयोजित की।
कांग्रेस ने अपने पार्षदों और नेताओं के साथ मिलकर शहर में चार रास्तों पर रैली निकाली। अलग-अलग रूटों पर क्रमशः गैस के महँगे दाम के विरोध में, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम के विरोध में, जीएसटी के विरोध में और बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ पैदल मार्च निकाला गया, जो कि भारत माता चौक पर एकजुट हुआ। इसके उपरांत सभी मार्च एक साथ जुड़कर जयस्तंभ चौक पहुंचे, जहां एक छोटी सभा के उपरांत इस हल्ला बोल कार्यक्रम का समापन हुआ।
प्रदर्शन के रचनात्मक स्वरूप की चर्चा : गब्बरः जीएसटी जीएसटी के विरोध में निकली कांग्रेस की रैली में गब्बर सिंह मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। ममता नगर से पार्षद संतोष पिल्ले ने गब्बर की वेशभूषा में अदाकारी करते हुए, जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहते हुए व्यापारियों से भाजपा के खिलाफ वोट करने की अपील की।
निष्कि्रय सांसद : एक ठेले पर सांसद संतोष पांडेय की कदकाठी और उनका मुखौटा पहने हुए एक व्यक्ति लेटा हुआ नजर आया, जिसके पीछे निष्कि्रय सांसद लिखा हुआ था। सभा के आखिर में इस पात्र ने जनता से पांच साल गायब रहने के लिए माफी मांगी और कहा कि अब वे जा रहे हैं।
पकौड़े वाले बेरोजगार : बेरोजगारों की रैली में अपनी डिग्रियों की तख्तियां टांगे हुए युवा बेरोजगार पकौड़े के ठेले पर पकौड़े तलते हुए नजर आए। इन लोगों ने ठेले पर ही गैस चूल्हा और कहाड़ी रखी थी और अपने गलों में अपनी डिग्री की तख्तियां लटकाए हुए थे।
प्रदर्शन रैली में गैस सिलेंडर और पेट्रोल पंप के बड़े कट आउट लगाए गए थे, जिसमें पुराने और नए दाम लिखे हुए थे। इस रैली के दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता कांग्रेस का पर्चा बांटते हुए भी नजर आए। इस अनोखे प्रदर्शन से दिन भर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से भूपेश बघेल के निर्वाचन अभिकर्ता गिरीश देवांगन, धनेश पाटिला, शहर अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा, श्रीकिशन खंडेलवाल, महापौर हेमा देशमुख, रमेश डाकलिया, दिनेश शर्मा, पदम कोठारी, जितेंद्र मुदलियार, रूपेश दुबे, मेहुल मारू, हरिनारायण धकेता, निखिल द्विवेदी, पार्षद विनय झा, मधुकर बंजारे, संतोष पिल्ले,ए सचिन तुरहाटे, अरविंद शर्मा, सिद्धार्थ डोंगरे, पूर्णिमा नागदेवे, सतीश मसीह, राजा तिवारी, अजय, शमद खान, आसिफ अली, महेश यादव, शकीला, पिंकी, जीतू शर्मा, प्रतिमा बंजारे, अवधेश, केवल साहू, संजय रजक, चंपू गुप्ता, पप्पू धकेता, मुकेश साहू, दुलारी साहू, भागचंद, प्रज्ञा गुप्ता, माया शर्मा, ऋषि शास्त्री, शरद पटेल, गणेश पवार, महेश साहू, अमीन, मनीष साहू, राजा यादव, पंकज बांधव, विप्लव शर्मा, मानव देशमुख, प्रीति वैष्णव, अमर झा, शुभम शुक्ला और अभिमन्यु मिश्रा उपस्थित रहे।