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वोटो की गिनती नहीं, आयोग एवं ईवीएम की विश्वनीयता खतरे में : रूपेश दुबे

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राजनांदगांव। छग प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता, लोकसभा राजनांदगांव के मीडिया प्रभारी रूपेश दुबे ने विधानसभा निर्वाचन 2023 में राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 75 के बूथ नंबर 123 के 961 मतदाताओं के वोटो की गिनती न कर घोषित अवैध निर्वाचन परिणाम के गंभीर मुद्दे को लेकर एक स्मरण पत्र कलेक्टर जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष निर्वाचन आयोग दिल्ली हेतु प्रस्तुत किया गया है।
प्रदेश प्रवक्ता एवं राजनांदगांव विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन के निर्वाचन अभिकर्ता रूपेश दुबे ने बताया कि देश में ईवीएम की अविश्वनीयता रूपी आंदोलन मुखर है। निर्वाचन दल से माकपोल में त्रुटि, 17 सीए सी यू से वोट संख्या मिलान नहीं होने पर उस बूथ के वोट गणना के अंतिम दौर बाद वीवीपेट से किए जाने का प्रावधान है, क्योंकि लोकतंत्र में जनमत सर्वोपरी है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने हार-जीत का अंतर ऐसे मतदान केंद्रों में डाले गए कुल मतो की संख्या से अधिक है को आधार बनाकर अन्य मतदान केंद्रों के वोटो की गिनती नहीं करने का अव्यवहारिक व जनता के वोटो का अपमान रूपी निर्देश लागू कर दिया है, जिसके कारण राजनांदगांव शहर के बूथ क्रमांक 123 चौखड़िया पारा के 961 वोटो की गिनती ही नहीं की गई। वोटो के सत्यापन के लिए 5 वीवीपेट की गिनती सामान्य प्रक्रिया है, इसके अलावा इस त्रुटिपूर्ण बूथ के वोटो की गिनती वीवीपेट से करने के लिए लिखित निवेदन किया गया था, पर आयोग के अव्यवहारिक निर्देश के कारण गिनती नहीं की गई और अपूर्ण मतगणना में ही परिमाण घोषित किया गया। इस अलोकतांत्रिक निर्देश के विरुद्ध मतगणना के तत्काल बाद दस्तावेज सहित शिकायत 5 दिसंबर को ही प्रस्तुत किया, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी मामले की गंभीरता को देखते अविलंब 6 दिसंबर को ही राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र प्रेषित कर दिया, किंतु इतनी लंबी अवधि बाद भी आयोग अनिर्णय की स्थिति में है। अतः स्मरण पत्र प्रस्तुत किया गया है, क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव में कई बूथों के वोटो की गिनती भी इस निर्देश के अनुसार नहीं की जाएगी, जिससे गलत परंपरा प्रारंभ हो जायेगी, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है।