*विधायक अरुण वोरा और शहर सरकार द्वारा कमीशनखोरी की पराकाष्ठा :: पिछले साढ़े 4 सालों में सड़क दुर्घटना में हुई प्रत्येक मौत के जिम्मेदार अरुण वोरा हैं- जितेन्द्र वर्मा*
दुर्ग। दुर्ग नगर निगम द्वारा 8-10 दिनों पहले कराए गए सड़क डामरीकरण के पहली बारिश में ही घुल जाने को भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा निरूपित करते हुए दुर्ग जिला भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में घुली हुई सड़क पर आम लोगों को इकट्ठा करके सड़क डामरीकरण की पोल खोली गई। इसके बाद शनिचरी बाजार से लेकर सत्ती चौरा जाने वाली सड़क को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया गया। इस अनोखे प्रदर्शन में यमराज और यमदूत का पुतला दिखाकर यह दर्शाया गया कि दुर्ग की सड़कें जनता के लिए यमराज और यमदूत साबित हो रही है, जिसके चलते दुर्ग के अनेकों नागरिक पिछले साढे 4 सालों में सड़क दुर्घटना में असमय काल कवलित हो चुके हैं, लेकिन इससे कोई सबक नहीं लेते हुए सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार जारी है, जिसके चलते 8 – 10 दिनों में ही सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए और जनता को यमराज और यमदूत के हवाले किया जा रहा है कार्यक्रम के आखिरी में नगर निगम की संवेदनहीनता को दिखाते हुए निगम सरकार की अर्थी निकालकर शहर में घुमाया गया।
आमजनों को गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण दिखाते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि दुर्ग के कांग्रेस विधायक अरुण वोरा और शहर सरकार ने साढ़े 4 सालों तक दुर्ग की कोई सुध ली नहीं और चुनाव नजदीक आने पर जनता को दिखाने के लिए शहर की कुछ क्षतिग्रस्त सड़कों का निर्माण शुरू तो कराया लेकिन ये सड़कें कांग्रेस विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल की कमीशनखोरी की भेंट चढ गई। शहर में निर्माण कार्य के बहाने विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल की जुगलबंदी कमीशनखोरी को अंजाम दे रही है ताकि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए फंड जुगाड़ हो जाये।
विधायक अरुण वोरा और महापौर धीरज बाकलीवाल पर हमला करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने आगे कहा कि विधायक, निगम शहर सरकार और ठेकेदारों की सांठ-गांठ के चलते दुर्ग में मात्र 8 – 10 दिन पहले बनी नई सड़कें की पहली बारिश भी नहीं झेल सकी। इन सड़कों का डामरीकरण घुल चुका है और गिट्टियां बाहर निकल आई है। डामरीकरण के नाम पर केवल जनता की मेहनत की कमाई को बर्बाद किया जा रहा है। भाजपा के आंदोलन से डरकर बारिश में घुल चुकी सड़क पर डामर का घोल और रेत डालकर लीपापोती का काम चालू है, लेकिन सड़क निर्माण में ही जब भ्रष्टाचार है तो लीपापोती से यह छुपने वाला नहीं है। दुर्ग विधायक अरुण वोरा के संरक्षण में महापौर धीरज बाकलीवाल के द्वारा मनमानेपूर्ण तरीके से कमीशनखोरी कर के ठेके बांटे जा रहे हैं जिसके चलते गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य करके शासकीय धन को क्षति पहुंचाई जा रही है, ऐसे सभी ठेकेदार जिन्होंने विगत साढ़े 4 वर्षों में नगर निगम में काम किया है, सबके कामों की जांच होनी चाहिए और ऐसे ठेकेदारों को काली सूची में डालते हुए उनसे शासकीय धन की बर्बादी की वसूली की जाए। दुर्ग शहर में विधायक द्वारा विकास कार्य जारी करवाने का दावा करना केवल दिखावा है इसके पीछे भ्रष्टाचार करना ही एकमात्र उद्देश्य है। प्रत्येक दिन कहीं ना कहीं खराब सड़कों के कारण लोग गिरकर या तो गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं या मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। विगत दिनों पोटिया में सड़क दुर्घटना में होनहार युवती को खोया, इसी प्रकार अगस्त 2022 में भी पदमनाभपुर पोटिया रोड में हुए गड्ढे में एक्टिवा का पहिया आने के बाद इसमें सवार मां-बेटी दोनों गिर गए, इस दौरान सामने से आ रही ट्रक ने 14 वर्षीय बेटी को अपने चपेट में ले लिया। विगत साढ़े 4 सालों में हुई सड़क दुर्घटना में हुई प्रत्येक मृत्यु के जिम्मेदार शहर विधायक अरुण वोरा है।
जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में आयोजित विरोध प्रदर्शन में जिला महामंत्री ललित चंद्राकर, सुरेंद्र कौशिक, उपाध्यक्ष दिलीप साहू ,अलका बाघमार ,कांतिलाल जैन, जिला मंत्री आशीष निमजे, रोहित साहू, अमिता बंजारे, जिला सह कोषाध्यक्ष नीलेश अग्रवाल, जिला मीडिया प्रभारी राजा महोबिया, आईटी सेल जिला संयोजक जितेंद्र राजपूत, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष दिव्या कलिहारी, मंडल भाजपा अध्यक्ष मदन वाढई, विजय ताम्रकार, सुनील अग्रवाल, डॉ. सुनील साहू, मंडल महामंत्री मनमोहन शर्मा, श्याम शर्मा, कृष्णा निर्मलकर, नरेश शर्मा, नितेश साहू, मनोज शर्मा, जय श्री राजपूत, रूपेशवरी साहू, शिवेंद्र परिहार, अरुण सिंह, ममता देवांगन, अनुसूईया साहू, जितेंद्र साहू, गोपू पटेल, अमन गौतम, प्रमोद नामदेव, दाऊ डोमार, राजेश साहू, नितिन नायक, प्रशांत अग्रवाल, छन्नु यादव रहे।