- पेड़ पौधे लगे भूमि को खेत में धान लगा बताकर कर दी गिरदावरी
पृथक छत्तीसगढ़/कोरबा
जिले के रामपुर में पदस्थ पटवारी का एक अलग ही खेल चल रहा है, पेड़ पौधे लगे भूमि को गिरदावरी में खेत बता धान कोचियों के साथ साठगांठ कर शासन को करोड़ों रुपयों की क्षति पहुंचाई जा रही है ।
ज्ञात हो कि विधानसभा रामपुर के ग्राम रामपुर मे हल्का में पदस्थ पटवारी ममता सिंह का एक अनोखा खेल सामने सामने आया है, धान कोचियों के साथ साँठगांठ कर पटवारी द्वारा गिरदावरी करते हुए लगभग 15 एकड़ बडे झाड़ के जंगल और टिकरा जमीन को धान का गिरदावरी कर दिया गया, मजे की बात यह है की उक्त भूमि के निरीक्षण के समय पता चला की पूरा खेल हल्का पटवारी के द्वारा खेला गया है और प्रत्येक एकड़ के पीछे लगभग 50 हज़ार रुपये की दस्तूरी ली गई है। अधिकारियों ने जब उक्त जमीन का मुआयना किया तो उनके होश फाख्ता हो गए, बता दें कि जिस भूमि का धान गिरदावरी पटवारी द्वारा किया गया है वह रामपुर में खसरा नंबर है 751/1, 526/1, 820, 840, 844, 848, 867, कुल रकबा 5.7 हेक्टेयर में हेरा फेरी की गई है।
सूत्रो की मानें तो पटवारी ममता सिंह द्वारा पूर्व में भी ऐसे ही धान कोचियों के साथ मिलकर टिकरा भूमि को धान का गिरदावरी किया गया है मोती रकम दस्तूरी की ली गई गई है, बता दें कि एक ओर प्रदेश के समस्त पटवारी ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार किए हुए हैं जिससे शासन को नुकसान तो हो ही रहा है दूसरी ओर मोटी रकम के लालच में कोरबा जिले की रामपुर हल्का पटवारी ममता सिंह कोचियों से साँठगाँठ कर अवैध फ़सल प्रविष्ट कर शासन प्रशासन को करोड़ों रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई जा रही है, उक्त मामले में अगर उच्च स्तरीय जाँच कराई जाए तो पटवारी के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही भी होने की संभावना है ।