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दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को सहयोगियों से डबल झटका

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दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है। सभी राजनीतिक दल तैयारियों में लग चुके हैं। हालांकि, वोटिंग से पहले ही इंडिया गठबंधन से अलग लड़ रही कांग्रेस से इंडिया गठबंधन की ज्यादातर पार्टियों ने दूरी बना ली है। समाजवादी पार्टी और TMC ने दिल्ली में AAP (AAP) को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। इस कदम का कांग्रेस पर क्या असर पड़ेगा? क्यों केजरीवाल को अखिलेश और ममता बनर्जी से मिला समर्थन कांग्रेस के लिए नई टेंशन खड़ा करेगा।

कांग्रेस को डबल झटका
दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP का सीधा मुकाबला तो BJP से है। हालांकि, कांग्रेस भी अकेले मैदान में उतरकर खुद के वजूद को कायम रखना चाहती है। लेकिन तारीखों के ऐलान होने के एक दिन बाद कांग्रेस को डबल शॉक लगा है। पहला TMC ने विधानसभा चुनाव में केजरीवाल के समर्थन का ऐलान कर दिया है। वहीं दूसरा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने वाले अखिलेश यादव ने भी दिल्ली में केजरीवाल को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। TMC और एसपी के ऐलान के बाद इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस अकेली पड़ती जा रही है।

केजरीवाल ने क्या कहा?
अरविंद केजरीवाल ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दिल्ली चुनाव में सपोर्ट देने के लिए थैंक्यू बोला है। केजरीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा- "TMC ने दिल्ली चुनावों में AAP को समर्थन देने की घोषणा की है। मैं निजी तौर पर ममता दीदी का आभारी हूं। धन्यवाद दीदी, आपने हमेशा हमारे अच्छे और बुरे वक्त में हमारा साथ दिया और हमें आशीर्वाद दिया है।"

INDIA गठबंधन में कांग्रेस अकेली पड़ी
ममता और अखिलेश यादव के केजरीवाल के साथ आने से दिल्ली चुनाव में कांग्रेस अकेली पड़ गई है। वहीं इंडिया गठबंधन को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने तस्वीर साफ करने की कोशिश की है। तेजस्वी यादव ने कहा कि इंडिया अलांयस केवल 2024 के लोकसभा चुनाव तक के लिए ही था। दिल्ली में कांग्रेस पार्टी भले ही अकेले ताल ठोक रही है लेकिन नतीजा क्या होने वाला हैये कांग्रेस के नेता अभी से बताने लगे हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि दिल्ली में केजरीवाल जीत जाएंगे।

राहुल गांधी की लीडरशीप को नुकसान
हरियाणा और महाराष्ट्र चुनावों में कांग्रेस को मिली हार के बाद ममता बनर्जी और उनके साथियों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हुए गठबंधन की कमान बदलने की डिमांड की थी। लालू यादव और शरद पवार भी ममता दीदी के साथ खड़े दिख रहे थे। ऐसे में दिल्ली में AAP के साथ TMC और एसपी के आने से सबसे ज्यादा नुकसान राहुल गांधी की लीडरशिप को होने वाला है।

दिल्ली में बीते चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन
कभी दिल्ली की सत्ता पर मजबूती से कायम कांग्रेस पार्टी एक दशक से गायब चल रही है। साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को दिल्ली में 7 में से 0 सीट मिली थी। इसके बाद साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को दिल्ली में 0 सीटें मिली। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 0 सीटें मिली। साल 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को 0 सीटें मिली। वहीं, साल 2024 में भी हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 0 सीटें मिली।

दिल्ली में कब हैं चुनाव?
चुनाव आयोग ने बीते मंगलवार को केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में 70 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव एक ही चरण में संपन्न कराया जाएगा। चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 5 फरवरी 2025 की तारीख को होगी। वहीं, चुनाव का परिणाम 8 फरवरी 2025 को जारी किया जाएगा।